उनके दान की गाथा हुई अमर इतना लो तुम जान। उनके दान की गाथा हुई अमर इतना लो तुम जान।
राम की धरती पर किया, रावण के वध का ऐलान, उम्मीदों से उभरा, आजादी का लिया निशावर देश का वीर जवान। राम की धरती पर किया, रावण के वध का ऐलान, उम्मीदों से उभरा, आजादी का लिया निशावर...
स्तब्ध मां भारती की आज है धरा एवं गगन, लता के रूप में खोया है आज एक रतन। स्तब्ध मां भारती की आज है धरा एवं गगन, लता के रूप में खोया है आज एक रतन।
ऐसे ही बेटों के ऊपर माता बलिहारी जाती हैंऐसे ही अमर सपूतों की आरती उतारी जाती है ऐसे ही बेटों के ऊपर माता बलिहारी जाती हैंऐसे ही अमर सपूतों की आरती उतारी जाती है
बहुत कुछ कहना था, बहुत कुछ छूट गया जो गए वक्त के साथ वो फ़साने लिखती हूँ, बहुत कुछ कहना था, बहुत कुछ छूट गया जो गए वक्त के साथ वो फ़साने लिखती हूँ,
बेटी-बेटे में ये दुनिया फ़र्क करेगी कब तक ? बेटी-बेटे में ये दुनिया फ़र्क करेगी कब तक ?